हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के जनसंपर्क विभाग ने एक बयान जारी कर बताया है कि ज़ायोनी शासन की शरारतों और हमलों के जवाब में चल रहे ऑपरेशन वादा सादिक 3 के सिलसिले में आज सुबह बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइलों से ईंधन उत्पादन केंद्रों और प्रमुख ऊर्जा ठिकानो को निशाना बनाया गया।
बयान की शुरुआत पवित्र कुरान की सूरह अल-बकराह की एक आयत से होती है:
> فَمَنِ اعْتَدَىٰ عَلَیْکُمْ فَاعْتَدُوا عَلَیْهِ بِمِثْلِ مَا اعْتَدَىٰ عَلَیْکُمْ... फ़मनेअ तदा अलैकुम फ़अतदू अलैहे बेमिस्ले माअतदा अलैकुम ....
(तो जो कोई तुम्हारे खिलाफ़ ज़्यादती करे, तुम भी उसके खिलाफ़ उसी तरह ज़्यादती करो जैसे उसने तुम्हारे खिलाफ़ ज़्यादती की)
आईआरजीसी के बयान के अनुसार: "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के सशस्त्र बलों द्वारा किए जा रहे ये हमले ज़ायोनी दुश्मन के हाल के हमलों के जवाब में हैं, और अगर ये शरारते जारी रहीं, तो उनकी प्रतिक्रिया और भी गंभीर और व्यापक होगी।"
बयान में यह भी कहा गया है कि ईरान के वायु रक्षा बल, जो आईआरजीसी के एयरोस्पेस डिफेंस फोर्स और देश के संयुक्त वायु रक्षा केंद्र के तहत काम करते हैं, ने हाल ही में ऑपरेशन के दौरान ईरानी हवाई क्षेत्र में 3 क्रूज मिसाइलों, 10 ड्रोन और दर्जनों ज़ायोनी जासूसी ड्रोन को मार गिराया।
बयान के अनुसार, यह रक्षात्मक सफलता दर्शाती है कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान पूरी सतर्कता और रक्षात्मक शक्ति के साथ किसी भी आक्रमण का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए तैयार है।
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